इस पोस्ट में अभी हमलोग प्रैक्टिस करेंगे Indus Valley Civilization (सिंधु घाटी सभ्यता) के Top 40 महत्वपूर्ण प्रश्न जो सभी प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे – SSC, Railway, Police Exam, UPSC, UPPCS, BPSC, BSSC, JPSC, JSSC & Others के लिए अति उपयोगी होंगे। Indus Valley Civilization से लगभग हरेक एग्जाम में 2-3 प्रश्न पूछे जाते हैं। इसलिए आप इन सभी प्रश्न को अच्छे से प्रैक्टिस कर लीजिए तथा जिस प्रश्न का उत्तर आपको पता नहीं हो उसे याद कर लीजियेगा। तो चलिए अब क्विज स्टार्ट करते हैं।
Indus Valley Civilization (सिंधु घाटी सभ्यता) Top 40 MCQs
सिंधु अर्थव्यवस्था की ताकत थी-
A | व्यापार |
B | कृषि |
C | बढ़ईगिरी |
D | चाक पर बनाए गए मिट्टी के बर्तन |
Ans:
सिंधु सभ्यता के लोगों का आर्थिक आधार कृषि एवं पशुपालन था। सिंधु सभ्यता के लोगों ने ही सर्वप्रथम कपास उगाया था, इसके अलावा वे गेहूं, जौ, चावल का भी उत्पादन करते थे। ये गाय, बैल, भैंस, हाथी, ऊंट, भेड़, बकरी सुअर, कुत्ता आदि पशु पालते थे, लेकिन इन्हें घोड़े का ज्ञान नहीं था, ये लोग व्यापार और शिल्प निर्माण उद्योग में भी प्रवीण थे।
हड़प्पा की सभ्यता निम्नलिखित से संबंधित है-
A | लौह युग |
B | कांस्य युग |
C | नवपाषाण युग |
D | पुरापाषाण युग |
Ans –
हड़प्पा सभ्यता कांस्य युग से संबंधित है। सिंधु सभ्यता युग में तांबे और टिन को मिलाकर कांसा का निर्माण किया जाता था। इस युग की प्रमुख धातु कांसा थी। इसी के कारण इसे ‘कांस्ययुगीन सभ्यता’ भी कहा जाता है।
सैंधव सभ्यता की ईंटों का अलंकरण किस स्थान से मिला है?
A | कालीबंगा |
B | बणावली |
C | चन्हूदड़ों |
D | मोहनजोदड़ो |
Ans –
कालीबंगा से मिले मकानों के अवशेषों से पता चलता है कि सभी मकान कच्ची ईंटों से बनाए गए थे, पर नाली और कुओं में पक्की ईंटों का प्रयोग किया गया था। यहां पर कुछ ईंटे अलंकृत पायी गयी है। कालीबंगा का एक फर्श पूरे हड़प्पा सभ्यता का एकमात्र उदाहरण है जहां अलंकृत ईंटों का प्रयोग किया गया है।
सिंधु घाटी सभ्यता के लोगों की मुद्रा में किस देवता की आकृति चित्रित थी?
A | पशुपति |
B | विष्णु |
C | वरुण |
D | इन्द्र |
Ans –
मोहनजोदड़ो से प्राप्त एक मुहर (सील) पर तीन मुख वाला एक पुरुष ध्यान की मुद्रा में बैठा हुआ है। उसके सिर पर तीन सींग है। उसके बाईं ओर एक गैंडा और भैंसा तथा दाई ओर हाथी एवं बाघ हैं। इसे पशुपति शिव का रूप माना गया है। सर जॉन मार्शल ने इन्हें आद्यशिव बताया है।
मोहनजोदड़ो कहां स्थित है?
A | गुजरात |
B | पंजाब |
C | उत्तर प्रदेश |
D | सिंध |
Ans –
मोहनजोदड़ो सिंधु सभ्यता का एक प्रमुख नगर था। यह सिंध प्रांत (पाकिस्तान में) के लरकाना जिले में स्थित है। मोहनजोदड़ो की खोज सर्वप्रथम वर्ष 1922 में राखल दास बनर्जी ने की थी। मोहनजोदड़ो शब्द का अर्थ सिंधी भाषा में ‘मृतकों का टीला’ होता है।
सबसे पहले कौन-सा हड़प्पा कालीन स्थल खोजा गया था?
A | हड़प्पा |
B | सुतकांगेडोर |
C | मोहनजोदड़ो |
D | लोथल |
Ans –
सबसे पहले वर्ष 1921 में दयाराम साहनी के नेतृत्व में पश्चिमी पंजाब के हड़प्पा नामक स्थल में हुए उत्खनन में हड़प्पा सभ्यता का पता लगा था। सिंधु सभ्यता के स्थानों में सर्वप्रथम हड़प्पा नामक स्थल पर खुदाई होने के कारण ही इस सभ्यता का नाम हड़प्पा सभ्यता रखा गया।
सिंधु घाटी के लोग किसमें विश्वास करते थे?
A | कर्मकांड में |
B | मातृशक्ति में |
C | आत्मा और ब्रह्म में |
D | यज्ञ प्रणाली में |
Ans –
सिंधु घाटी के लोग मातृशक्ति में विश्वास करते थे। स्त्री मृण्मूर्तियाँ (मिट्टी की मूर्तियां) अधिक मिलने से ऐसा अनुमान लगाया जाता है कि सैंधव समाज ‘मातृसत्तात्मक’ था।
सिंधु घाटी सभ्यता की मुद्रा में किस देवता के समतुल्य चित्रांकन मिलता है?
A | आद्य शिव |
B | आद्य विष्णु |
C | आद्य इन्द्र |
D | आद्य ब्रह्मा |
Ans –
आद्य शिव
किस पशु के अवशेष सिंधु घाटी सभ्यता में प्राप्त नहीं हुए हैं?
A | घोड़ा |
B | हाथी |
C | शेर |
D | गैंडा |
Ans –
मोहनजोदड़ो से प्राप्त एक शील पर तीन मुख वाले देवता (पशुपति नाथ) की मूर्ति मिली है। उनके चारों ओर हाथी, गैंडा, चीता एवं भैंसा विराजमान है। सिंधु घाटी सभ्यता में शेर का कोई अवशेष नहीं मिला है।
हड़प्पाकालीन लोगों को किसकी जानकारी नहीं थी?
A | गेहूं |
B | लोहा |
C | कुम्हारों की चाक |
D | आग |
Ans –
हड़प्पाकालीन लोगों को सोना, चांदी, तांबा, कांसा तथा सीसा का ज्ञान था। हड़प्पाकालीन स्थलों की खुदाई से गेहूं तथा जौ के दाने मिलते हैं किंतु सिंधु सभ्यता के लोगों को लोहे का ज्ञान नहीं था।
सिंधु घाटी सभ्यता की विकसित अवस्था में निम्नलिखित में से किस स्थल से घरों में कुओं के अवशेष मिले हैं?
A | मोहनजोदड़ो |
B | हड़प्पा |
C | कालीबंगा |
D | लोथल |
Ans – मोहनजोदड़ो
सिंधु घाटी की सभ्यता में घोड़े के अवशेष कहां मिले हैं?
A | कालीबंगा |
B | माण्डा |
C | सुरकोटदा |
D | बणावली |
Ans –
सुरकोटदा गुजरात के कच्छ जिले में स्थित है। इसकी खोज 1964 में जगपति जोशी ने की थी। यहां से प्राप्त अवशेषों में महत्वपूर्ण हैं-घोड़े की अस्थियां एवं एक अनोखी कब्रगाह।
सिंधु घाटी सभ्यता की लिपि थी-
A | द्रविड़ियन |
B | ब्राह्मी |
C | हड़प्पा |
D | अभी तक पढा नहीं जा सका है |
Ans –
सिंधु घाटी सभ्यता में चित्रात्मक लिपि प्रचलित थी। यह लिपि दायीं से बायीं ओर लिखी जाती थी। जब अभिलेख एक से अधिक पंक्तियों का होता था तो पहली पंक्ति दायीं से बायीं और दूसरी बायीं से दायीं ओर लिखी जाती थी। इस लिपि में लगभग 400 अक्षरों का प्रयोग किया गया है इसी कारण सिंधु सभ्यता को आद्य ऐतिहासिक सभ्यता के वर्ग में रखा जाता है। इसे अभी तक पढ़ा नहीं जा सका है।
हड़प्पा की मिट्टी के बर्तनों पर सामान्यतः किस रंग का उपयोग हुआ था?
A | नीला |
B | पांडु |
C | लाल |
D | नीला-हरा |
Ans –
हड़प्पा की मिट्टी के बर्तनों पर सामान्यतः लाल रंग का उपयोग हुआ था। आग में पकी हुई मिट्टी को ‘टेराकोटा’ कहा जाता है।
हड़प्पा सभ्यता के अंतर्गत हल से जोते गए खेत का साक्ष्य कहां से मिला है?
A | कालीबंगा |
B | बनावली |
C | रोपड़ |
D | लोथल |
Ans –
यह स्थल राजस्थान के गंगानगर जिले में घग्गर नदी के बाएं तट पर स्थित है। इस स्थल की खुदाई 1953 ई. में बी.बी.लाल एवं बी. के. थापड़ द्वारा करायी गयी। हड़प्पा सभ्यता के अंतर्गत हल से जोते गए खेत का साक्ष कालीबंगा से ही मिला है।
हड़प्पाकालीन सभ्यता का विशाल कोठार (अनाज संग्रह करने का स्थान) कहां पर मिला है?
A | मोहनजोदड़ो |
B | कालीबंगा |
C | हड़प्पा |
D | रोपड़ |
Ans –
हड़प्पा सभ्यता का विशाल अन्नागार मोहनजोदड़ो में मिला है।
हड़प्पा में एक उन्नत जल-प्रबंधन प्रणाली का पता चलता है-
A | लोथल में |
B | धौलावीरा में |
C | आलमगीरपुर में |
D | कालीबंगन में |
Ans –
धौलावीरा
किस हड़प्पाकालीन स्थल से प्राप्त जार पर चोंच में मछली दबाए चिड़िया एवं पेड़ के नीचे खड़ी लोमड़ी का चित्रांकन मिलता है, जो ‘पंचतंत्र’ के लोमड़ी की कहानी के सदृश्य है?
A | हड़प्पा |
B | मोहनजोदड़ो |
C | लोथल |
D | रंगपुर |
Ans –
लोथल से प्राप्त एक मृदभांड पर एक चित्र उकेरा गया है जिस पर एक कौआ तथा एक लोमड़ी उत्कीर्ण है। इससे इसका साम्य पंचतंत्र की कथा चालाक लोमड़ी से किया गया है।
सिंधु घाटी के लोगों की एक महत्वपूर्ण रचना निम्नलिखित में से किसकी मूर्ति थी?
A | बुद्ध |
B | नृत्य करती हुई बालिका |
C | नटराज |
D | नरसिम्हा |
Ans –
सिंधु घाटी के लोगों की एक महत्वपूर्ण रचना नृत्य करती हुई बालिका की मूर्ति है, जो कांसे से निर्मित है। यह मूर्ति मोहनजोदड़ो से प्राप्त हुई है।
निम्नलिखित में से किस स्थान से पकी मिट्टी के बने हल का एक प्रतिरूप प्राप्त हुआ है?
A | बणावली |
B | रंगपुर |
C | कालीबंगा |
D | सुरकोटदा |
Ans –
बणावली हरियाणा के हिसार जिले में स्थित है। यहां एक मकान से धावन पात्र (Wash basin) के साक्ष्य मिले हैं, जो किसी धनी सौदागर के आवास की ओर संकेत करता है। यहां से पकी मिट्टी के बने हल का एक प्रतिरूप भी प्राप्त हुआ है।
सिंधु घाटी सभ्यता की पहचान निम्न से है-
A | धर्म और दर्शनशास्त्र |
B | आर्थिक और सामाजिक सुधार |
C | शहर-योजना प्रणाली |
D | सुंदर मूर्तियां |
Ans –
सिंधु घाटी सभ्यता की मुख्य विशेषता शहर योजना प्रणाली थी। सिंधु घाटी में चौड़ी सड़कें एक-दूसरे को लंबवत काटती थीं। मकान पक्की एवं कच्ची ईंटों के बनाए जाते थे। नाली एवं सफाई की व्यवस्था भी उत्तम थी।
हड़प्पा के काल का तांबे का रथ किस स्थान से प्राप्त हुआ है?
A | बणावली |
B | दैमाबाद |
C | राखीगढ़ी |
D | रोपड़ |
Ans –
दैमाबाद
‘अमरी’ जो हड़प्पा सभ्यता का एक स्थल है किस प्रांत में स्थित है?
A | बलूचिस्तान |
B | सिन्ध |
C | गुजरात |
D | राजस्थान |
Ans –
अमरी हड़प्पा सभ्यता का एक प्रमुख स्थल है, जो पाकिस्तान के सिंध प्रांत में स्थित है।
सिंधु सभ्यता में वृहत स्नानागार किस स्थल पर पाया गया है?
A | हड़प्पा |
B | मोहनजोदड़ो |
C | कालीबंगा |
D | लोथल |
Ans –
मोहनजोदड़ो
निम्नलिखित में से किस स्थान से युगल शवाधान/द्विशव संस्कार (Double Burial) का प्रमाण मिला है?
A | लोथल |
B | दैमाबाद |
C | कालीबंगा |
D | मोहनजोदड़ो |
Ans –
लोथल से युगल शवाधान का प्रमाण मिला है। यहां तीन युग्मित समाधि के भी उदाहरण मिले हैं। स्त्री-पुरुष शवाधान के साक्ष्य भी लोथल से ही मिले हैं। यह गुजरात के अहमदाबाद जिले में भोगवा नदी के किनारे सरगावाला नामक ग्राम के समीप स्थित है। खुदाई 1954-55 ई. में रंगनाथ राव के नेतृत्व में की गई थी।
हड़प्पा सभ्यता के निवासी थे-
A | शहरी |
B | ग्रामीण |
C | खानाबदोश |
D | जनजातीय |
Ans –
हड़प्पा सभ्यता के निवासी शहरी थे जबकि आर्यों द्वारा विकसित सभ्यता ग्रामीण सभ्यता थी।
निम्नलिखित में से कौन-सा/से लक्षण सिंधु सभ्यता के लोगों का सही चित्रण करता है/करते हैं?
- उनके विशाल महल और मंदिर होते थे।
- वे देवियों और देवताओं दोनों की पूजा करते थे।
- वे युद्ध में घोड़ों द्वारा खींचे जाने वाले रथों का प्रयोग करते थे।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही कथन/कथनों को चुनिए-
A | केवल 1 और 2 |
B | केवल 2 |
C | 1, 2 और 3 |
D | इनमें से कोई नहीं |
Ans –
सिंधु सभ्यता के लोग देवियों और देवताओं दोनों की पूजा करते थे।
चन्हूदड़ों के उत्खनन का निर्देशन किसने किया था?
A | सर जॉन मार्शल ने |
B | सर ऑरेल स्टीन ने |
C | आर. ई. एम. व्हीलर ने |
D | जे. एच. मैके ने |
Ans –
जे. एच. मैके के निर्देशन में 1931 ई. में गोपाल मजूमदार ने इस स्थल की खोज की थी। यह स्थल वर्तमान में पाकिस्तान के सिंध प्रांत में सिंधु नदी के किनारे स्थित था। यहां से प्राप्त अवशेषों में अलंकृत हाथी एवं कुत्ते द्वारा बिल्ली का पीछा करते हुए पदचिह्न प्राप्त हुए हैं।
सिंधु घाटी की सभ्यता में घोड़े के अवशेष कहां मिले हैं?
A | वणावली |
B | माण्डा |
C | सुरकोटदा |
D | कालीबंगा |
Ans –
यह स्थल गुजरात के कच्छ जिले में स्थित है। इसकी खोज 1964 में जगपति जोशी ने की थी इस स्थल से सिंधु सभ्यता के पतन के अवशेष परिलक्षित होते हैं। यहां से प्राप्त अवशेषों में महत्वपूर्ण हैं- घोड़े की अस्थियां एवं एक अनोखी कब्रगाह।
हड़प्पा कालीन स्थलों में अभी तक किस धातु की प्राप्ति नहीं हुई है?
A | तांबा |
B | लोहा |
C | सोना |
D | चांदी |
Ans –
लोहा
सिंधु सभ्यता के घर किससे बनाए जाते थे?
A | लकड़ी |
B | बांस |
C | पत्थर |
D | ईंट |
ANs –
ईंट से
सिंधु घाटी सभ्यता के शहरों की गलियां थी-
A | तंग और मैली |
B | चौड़ी और सीधी |
C | तंग और टेढ़ी |
D | फिसलन वाली |
Ans –
सिंधु घाटी सभ्यता में शहरों की गलियां चौड़ी और सीधी होती थीं। यहां की सड़कें पूर्व से पश्चिम एवं उत्तर से दक्षिण की ओर जाती हुई, एक दूसरे को समकोण पर काटती थीं।
हड़प्पा सभ्यता की खोज किस वर्ष में हुई थी?
A | 1901 ई. |
B | 1921 ई. |
C | 1935 ई. |
D | 1942 ई. |
Ans –
हड़प्पा सभ्यता की खोज वर्ष 1921 में दयाराम साहनी ने किया था। यह स्थल वर्तमान में पाकिस्तान के मोंटगोमरी जिला में रावी नदी के किनारे स्थित था।
किस सिंधुकालीन स्थल से एक ईंट पर बिल्ली का पीछा करते हुए कुत्ते के पंजों के निशान मिले हैं?
A | मोहनजोदड़ो |
B | लोथल |
C | रंगपुर |
D | चन्हूदड़ों |
Ans –
जे. एच. मैके के निर्देशन में 1931 ई. में गोपाल मजूमदार ने इस स्थल की खोज की थी। यह स्थल वर्तमान में पाकिस्तान के सिंध प्रांत में सिंधु नदी के किनारे स्थित था। यहां से प्राप्त अवशेषों में अलंकृत हाथी एवं कुत्ते द्वारा बिल्ली का पीछा करते हुए पदचिह्न प्राप्त हुए हैं।
विशाल स्नानागार (ग्रेट बाथ) कहां मिला था?
A | मोहनजोदड़ो |
B | चन्हूदड़ों |
C | लोथल |
D | हड़प्पा |
Ans –
मोहनजोदड़ो
हड़प्पाकालीन लोगों ने नगरों तथा घरों के विन्यास के लिए कौन-सी पद्धति अपनाई थी?
A | त्रिभुजाकार आकृति |
B | गोलाकार आकृति |
C | कमल पुष्प की आकृति |
D | ग्रीड पद्धति |
Ans –
सिंधु सभ्यता के लोगों ने नगरों तथा घरों के विन्यास के लिए ग्रीड पद्धति अपनाई थी
सिंधु घाटी सभ्यता का ज्ञान मिलता है-
A | अभिलेखों से |
B | साहित्य से |
C | ताम्रपत्रों से |
D | पुरातात्विक उत्खनन से |
Ans –
सिंधु सभ्यता का ज्ञान पुरातात्विक उत्खनन से मिलता है, क्योंकि वहां कोई साहित्य तथा ताम्रपत्र नहीं पाए गए हैं। मृदभांडों पर कुछ लेख पाए गए हैं, परंतु वे अभी तक पढ़े नहीं जा सके हैं।
सिंधु घाटी सभ्यता अनार्य सभ्यता थी क्योंकि-
A | इसकी लिपि चित्रात्मक थी |
B | इसकी अर्थव्यवस्था का आधार कृषि था |
C | यह एक शहरी सभ्यता थी |
D | इसका विस्तार नर्मदा नदी घाटी तक था |
Ans –
अनार्यों का संबंध शहरी सभ्यता से रहा है, जबकि आर्यों का संबंध केवल ग्रामीण सभ्यता से रहा है। अतः स्पष्ट है कि सिंधु सभ्यता का शहरी सभ्यता होना इस सभ्यता के अनार्य सभ्यता होने का सर्वाधिक ग्राह्य प्रमाण है।
सिंधु घाटी सभ्यता कब विकसित हुई?
A | 2250 ई.पू.-1000 ई.पू. |
B | 2500 ई.पू.-1750 ई.पू. |
C | 2800 ई.पू.-1800 ई.पू. |
D | निश्चित नहीं हो सका है |
Ans –
सिंधु सभ्यता का काल 2500 ई.पू.-1750 ई.पू. तक माना जाता है।
मोहनजोदड़ो का स्थानीय नाम क्या है?
A | कंकालों का टीला (Mount of Skeletons) |
B | जीवितों का टीला (Mount of Living) |
C | मृतकों के टीला (Mount of Dead) |
D | दासों का टीला (Mount of Slaves) |
Ans –
मोहनजोदड़ो का स्थानीय नाम मृतकों का टीला है।